हम यह सुनिशिचत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि वन एवं वन्य जीव विभाग पोर्टल प्रौधोगिकी, क्षमता या
प्रयोग की जाने वाली डिवाइस के निरपेक्ष, सभी उपयोगकर्ताओं के उपयोग के लिए सुलभ हो।
यह इसके दर्शकों को अधिकतम अभिगम्यता और प्रयोज्यता प्रदान करने के प्रयोजन के साथ
बनायी गयी है। परिणामस्वरूप, इस पोर्टल को डेस्कटॉप, लैपटॉप कंप्यूटर, वेब सक्षम मोबाइल
उपकरणों आदि जैसे कर्इ प्रकार के उपकरणों से देखा जा सकता है।
इस पोर्टल की सभी जानकारी को विकलांग लोगों को सुलभ कराना सुनिशिचत करने के लिए हमने
अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है। उदाहरण के लिए, दृश्य विकलांगता से ग्रस्त उपयोगकर्ता
इसे स्क्रीन रीडर्स और स्क्रीन मैग्नीफायर्स जैसी सहायक प्रौधोगिकियों का उपयोग करते
हुए इस पोर्टल का उपयोग कर सकता है।
हमारा उद्देश्य मानकों के अनुरूप होना तथा प्रयोज्यता और सार्वभौमिक डिजाइन के सिद्धांतों
का पालन करना भी है जो इस पोर्टल के सभी आगंतुकों के लिये सहायक हो।
यह पोर्टल भारत सरकार की वेबसाइटों के लिए दिशानिर्देशों के अनुपालन में एक्सएचटीएमएल
1.0 ट्रांजिशनल का उपयोग कर बनाया गया है और वर्लड वाइड वेब कंसोर्टियम (डब्ल्यू3सी)
द्वारा निर्धारित वेब सामग्री अभिगम्यता दिशानिर्देश (डब्लुसीएजी) 2.0 के स्तर का पालन
करता है। इस पोर्टल में जानकारी का कुछ हिस्सा बाहरी वेबसाइटों के लिंक के माध्यम से
भी उपलब्ध कराया गया है। बाहरी वेबसाइटों का रखरखाव संबंधित विभागों द्वारा किया जाता
है जो इन साइटों को सुगम्य बनाने के लिए जिम्मेदार हैं।
वन एवं वन्य जीव विभाग अपने पोर्टल को विकलांग व्यäयिें के लिए सुलभ बनाने की दिशा में काम कर रहा
है हालांकि वर्तमान में पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट (पीडीएफ) फाइलें सुलभ नहीं हैं।
इसके अलावा, हिंदी भाषा में उपलब्ध करार्इ गर्इ जानकारी भी सुलभ नहीं है।
यदि आपके पास अभिगम्यता के बारे में कोर्इ भी समस्या या सुझाव है तो इस पोर्टल को एक
उपयोगी तरीके से प्रतिक्रिया करने में सक्षम बनाने के लिए हमें अवश्य लिखें। हमें अपनी
संपर्क जानकारी के साथ ही समस्या की प्रकृति भी अवगत कराएं।
» अभिगम्यता अभिकथन के बारे में जानें